एक विषाणु जो पूर्ण जीव भी नहीं तुम पर निर्भर है जिसका अस्तित्व। एक विषाणु जो पूर्ण जीव भी नहीं तुम पर निर्भर है जिसका अस्तित्व।
सर्दी अब कम होने लगी है , सुहावने मौसम की बारिश शुरू हुई है , सर्दी अब कम होने लगी है , सुहावने मौसम की बारिश शुरू हुई है ,
कभी पतझड़ सा और कभी बसंती तड़ाग है। कभी पतझड़ सा और कभी बसंती तड़ाग है।
निस्वार्थ, निश्छल, शाश्वत, अविरल अपरिभाषित भाषा है यही प्रेम परिभाषा है। निस्वार्थ, निश्छल, शाश्वत, अविरल अपरिभाषित भाषा है यही प्रेम परिभाषा है।
हाँ चलो हम रिश्तों में मिठास लाएं चलो खुशी से पर्व मनाएं। हाँ चलो हम रिश्तों में मिठास लाएं चलो खुशी से पर्व मनाएं।
ये एक तरफा इश्क़.. उस इज़हार की तरह है .. जिसे वो अठखेली समझ बैठे।।। ये एक तरफा इश्क़.. उस इज़हार की तरह है .. जिसे वो अठखेली समझ बैठे।।।